तुम ही बस तुम्हारे साथ हो….

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You yourself is a great power who can achieve anything in life. Harsh but true reality your loved one can understand your problem but it’s only you who endures its pain so be your own friend and be strong & bold enough to courageously face every challenge in life.

Prerna Mehrotra Gupta
20/7/2018

अफ़सोस होता है

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Sometimes I feel bad to know the reality can”t we understand or realize this fact that the god resides in each & every creature of this universe then why people fight in the name of religion. No religion taught violence it is only people who lack wisdom. The definition of God is only love.

Prerna Mehrotra Gupta
24/6/2017

कहता तो कोई नहीं,

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Donot be judgemental, sometime people take time to express their feelings and Remember feeling changes every second. Here in this poem you will find some secret of Human Behaviour.

कहता तो कोई नहीं,
पर मन में हर कोई दुनियाँ को पढ़ता हैं।
अपने हक़ के खातिर,
हर कोई अपने तरीके से लड़ता हैं।

कहता तो कोई नहीं,
पर मन में हर कोई अपने से बड़ी उम्मीद रखता है।
हर क्षण कुछ नया जो सीखे,
जीवन के स्वाद फिर वही चखता हैं।

कहता तो कोई नहीं,
पर सबके मन में आशाओं का दीप तो जलता हैं।
अपने कर्म से जो भागे,
दूसरों की जीत को देख बस हाथ वही मलता है।

कहता तो कोई नहीं,
पर मन में क्या सब अच्छा ही सोचते है।
फिर क्यों किसी की मंज़िल पर,
जाने से उसको रोकते है।
क्यों बिन वजह छोटी-छोटी बातों पर टोकते हैं।
जो होते अगर तुम भी अच्छे,
लगते सबके ख़्वाब फिर तुम्हे भी सच्चे।
दूसरों के सपनो को भी अपना बनाओ,
दूसरों से नहीं बस खुदसे बड़ी उम्मीद लगाओ।

Prerna Mehrotra Gupta
23/6/2017

लोटस सूत्रा

Info

Want to know more about human behaviour kindly refer Lotus sutra, Awesome book on Earth.

कैसे मानु कि कोई अच्छा है??
कैसे जानू कि उसका दिल भी, मेरे प्रति सच्चा है??
एक पल में अच्छा तो वही दूसरे पल में हमसे बचता है?
इन्ही व्यवहारों को देख, कवि  हर पल कुछ रचता है।
इस व्यवहार का कारण केवल महापुरुष ही जान पाये।
बुरा हो या अच्छा हर एक व्यक्ति उनके मन को भाये।
हमारा व्यवहार पल भर में क्यों बदलता हैं??
इस बात की गहराई का पता हमें (लोटस सूत्रा ) पढ़ कर पता चलता हैं।

Prerna Mehrotra Gupta
23/6/2017

 

ख्यालों की दुनियाँ

As you think so you become so be positive always.

ख्याल क्या हकीकत बन कर,
हमारे सामने आते है?
क्यों ख्यालों की दुनियाँ में,
हम अक्सर चोट खाते है??
ख्यालों की दुनियाँ में,
ये कैसी लड़ाई हमारे अंदर ही कही चलती है।
कुछ पाने की आरज़ू की लॉ,
हमारे अंदर ही कही जलती है।
ये हकीकत है, या बस किताबों में लिखी बातें है।
इस सच की खोज में,
काटी हमने न जाने कितनी रातें हैं।
अभी तक के ख्याल तो मेरे सामने,
वही रूप लेके आये है।
फिर क्यों हम खुद को अभी तक समझ नहीं पाये है।
मेरे हर ख्याल को बस वही रूप लेने की देरी हैं।
जीवन के आने वाले हर पड़ाव में,
लिखी, “जीत “सिर्फ मेरी हैं।
ये ख्याल बहुतो को राह दिखायेंगे,
आने वाले इतिहास के पन्नो में,
शायद हम भी जग मगायेंगे।

Prerna Mehrotra Gupta
22/6/2017